भारतीय संस्कृति के आधारभूत तथ्य
एकादश रुद्र –
कपाली पिंगलो भीमो विरूपाक्षो विलोहितः। अजक शासनः शास्ता शम्भूचन्डो भवस्था।।
कपाली, पिंगल, भीम, विरुपाक्ष, विलोहित, अजक, शासन, शास्ता, शम्भू, चण्ड और भवः।
बारह –
बारह आदित्य: धाता, मित्र, अर्यमा, शक्र, वरुण, अंशु, भंग, विवस्वान, पूषा, सविता, त्वष्टा और विष्णु।
बारह मास: चैत्र, वैशाख, ज्येष्ठ, आषाढ़, श्रावण, भाद्रपद, अश्विन, कार्तिक, मार्गशीष, पौष, माघ और फाल्गुन।
द्वादश ज्योतिर्लिंग: सोमनाथ, मल्लिकार्जुन, महाकालेश्वर, ओंकारेश्वर, केदारनाथ, भीमशंकर, विश्वनाथ, त्रयम्बकेश्वर, वैद्यनाथ, नागेश्वर, रामेश्वर व घुश्मेश्वर।
द्वादश राशियां: मेष, वृष, मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर, कुम्भ और मीन।
चौदह –
चौदह लोक: अतल, वितल, सुतल, रसातल, तलातल, महातल, पाताल, भूलोक, भुवर्लोक, स्वर्लोक, महर्लोक, जनर्लोक, तपलोक और सत्यलोक या ब्रह्मलोक।
चौदह रत्न (समुद्र मंथन से प्राप्त): हलाहल, चंद्रमा, सारंग, कामधेनु, उच्चैवःश्रवा, ऐरावत, मणि, कल्पवृक्ष, पांचजन्य, रम्भा, लक्ष्मीजी, वारुणी, धन्वंतरि और अमृत।
चौदह मनु : स्वायम्भू, स्वारोचिष, उत्तम, तामस, रैवत, चाक्षुष, वैवस्वत, सावर्णि, दक्षसावर्णी, धर्मसावर्णि, रुद्रसावर्णि, देवसावर्णि और इन्द्रसावर्णि।
पन्द्रह –
पन्द्रह तिथियाँ: प्रतिपदा , द्वितीया, तृतीया, चतुर्थी, पंचमी, षष्ठी, सप्तमी, अष्टमी, नवमी, दशमी, एकादशी, द्वादशी, त्रयोदशी, चतुर्दशी, और पूर्णिमा या अमावस्या।