कुछ शास्त्रीय प्रयोग
हल्दी और चावल पीसकर उसके घोल से घर के प्रवेशद्वार के बगल में दीवाल पर ‘ॐ’ अथवा स्वस्तिक बना दें । यह घर को बाधाओं से सुरक्षित रखने में मदद करता है । केवल हल्दी के घोल से भी ‘ॐ’ लिखें तो यही फल प्राप्त होगा ।
आप अपने चित्त में किसी वस्तु, व्यक्ति, परिस्थिति के प्रति द्वेष की गाँठ मत बाँधो । द्वेष जलन पैदा करता है । किसीके प्रति द्वेष न रखो ।
जो बीत गयी सो बीत गयी, तकदीर का शिकवा कौन करे ।
सास ने, बहु ने, देवरानी, जेठानी ने कुछ कह दिया तो गाँठ मत बाँधो । गाँठ बाँधनी है तो कपड़े में तीन गाँठें बाँधो । ‘हे विश्वात्मा प्रभु ! हमारा मन-बुद्धि सत्य में लगे । हमारा प्रेम सत्य स्वरुप तुझमें हो, हमारी रक्षा करना ।‘ – ऐसी प्रार्थना करके तीन गाँठें बाँधो ।