अपानवायु मुद्रा विधि - अँगूठे के पास वाली पहली उँगली को अँगूठे के मूल में लगाकर...
वायु मुद्रा विधि - तर्जनी अर्थात प्रथम उँगली को मोड़कर ऊपर से उसके प्रथम पोर पर...
प्राण मुद्रा विधि - कनिष्ठिका, अनामिका और अँगूठे के ऊपरी भाग को परस्पर एक साथ स्पर्श...
वरुण मुद्रा विधि - मध्यमा अर्थात सबसे बड़ी उँगली के मोड़ कर उसके नुकीले भाग को...