अनार का शरबत
- बाजारू ठंडे पेय पदार्थों से स्वास्थ्य को कितनी हानि पहुँचती है यह तो लोग जानते ही नहीं हैं । दूषित तत्त्वों, गंदे पानी एवं अभक्ष्य पदार्थों के रासायनिक मिश्रण से तैयार किये गये अपवित्र बाजारू ठंडे पेय हमारी तंदरुस्ती एवं पवित्रता का घात करते हैं । इसलिए उनका त्याग करके हमें आयुर्वेद एवं भारतीय संस्कृति में वर्णित पेय पदार्थों से ही ठंडक प्राप्त करनी चाहिए । यहाँ कुछ शरबतों की निर्माण-विधि एवं उपयोग की जानकारी दी जा रही है –
अनार का शरबत-
- अच्छी तरह से पके हुए 20 अनार के दाने निकालकर उनका रस निकाल लें । उस रस में अदरक डालकर रस गाढ़ा हो जाय तब तक उबालें । उसके बाद उसमें केसर एवं इलायची का चूर्ण मिलाकर शीशी में भर लें ।
- उपयोगः यह शरबत रूचिकर एवं पित्तशामक होने की वजह से दवा के रूप में भी लिया जा सकता है एवं गर्मी में शरबत के रूप में पीने से गर्मी से राहत मिलती है ।